विमुद्रीकरण और उसका प्रभाव
दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं नोटबंदी के बारे में जानकारी। जब भारत में नोटबंदी की गई तो नोटबंदी के जरिए भारत में कई लाभ प्राप्त हुए एवं नोटबंदी की वजह से थोड़ा बहुत हानि भी हुई जिसके बारे में हम विस्तर पूर्वक जानेंगे तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस आर्टिकल को
विमुद्रीकरण क्या है- सरकार के द्वारा पुराने नोटों को रद्द करना और नए नोट जारी करना ही विमुद्रीकरण कहलाता है। विमुद्रीकरण भारत में कई बार हो चुकी है, अभी हाल ही में विमुद्रीकरण 2016 में की गई जिसका उद्देश्य भारत से भ्रष्टाचार दूर करना था तो चलिए विमुद्रीकरण या नोटबंदी के लाभ और हानि के बारे में जानते हैं
विमुद्रीकरण या नोटबंदी के लाभ- नोटबंदी की वजह से भ्रष्टाचार दूर होता है, जो लोग काला धन एकत्रित करके रखते हैं उसका खुलासा होता है और देश आर्थिक रूप से मजबूत होता है।
जब नोटबंदी होती है तो बहुत सारे रुपए बैंक अकाउंट में जमा किए जाते हैं। एक फायदा यह है कि बहुत सारे नए बैंक अकाउंट खोले जाते हैं और दूसरा फायदा यह भी है कि बैंकों में ज्यादा पैसे आने की वजह से बैंक आपको आसानी से लोन दे देते हैं और कई बैंक ब्याजदर भी कम कर देते हैं।
जब नोटबंदी हुई तो कई ऐसे संदिग्ध मामलों के बारे में भी जानकारी सरकार को लगी जिसके जरिए कई तरह की हेरा फेरी होती थी यह हेराफेरी रुकी।
बैंकों में बहुत सारा पैसा जमा हुआ, जो बिना हिसाब किताब का रुपया था उसके बारे में पता चला और ऐसे काला धन रखने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई हुई।
नोटबंदी की वजह से डिजिटल ट्रांजैक्शन बढ़े, लोग इसके प्रति जागरूक हुए जिससे कई तरह की समस्याएं दूर हुई।
विमुद्रीकरण या नोटबंदी से हानि- नोटबंदी की वजह से बहुत से कारोबारियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
नोटबंदी जब होती है तो कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें लंबी-लंबी लाइनों में लगना पड़ता है और कई तरह की परेशानियां उन्हें झेलना पड़ती हैं।
नोटबंदी की वजह से कई फैक्ट्रियों, कंपनियों आदि का कामकाज काफी प्रभावित होता है और कई लोगों की नौकरियां भी चली जाती है।
दोस्तों मेरे द्वारा लिखा यह आर्टिकल विमुद्रीकरण या नोटबंदी से लाभ एवं हानि आप अपने दोस्तों में शेयर करें और हमें सब्सक्राइब करें धन्यवाद।
0 comments:
Post a Comment