Sunday, 4 June 2023

आदर्श परिवार पर निबंध Mera adarsh parivar par nibandh

आदर्श परिवार पर निबंध 

दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं आदर्श परिवार पर निबंध आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस आर्टिकल को 

प्रस्तावना- आदर्श परिवार वह परिवार होता है जिसमें परिवार के सभी गुण होते हैं और जिस परिवार से दूसरे परिवार भी सीखते हैं वह आदर्श परिवार होता है। आज के समय में आदर्श परिवार बहुत ही जरूरी है।

आदर्श परिवार की महत्वता- आदर्श परिवार आज के समय में बहुत ही जरूरी है। आज के समय में हम देखते हैं कि संयुक्त परिवार की जगह एकल परिवार लेते जा रहे हैं। आधुनिक समय में संयुक्त परिवार का विघटन होता जा रहा है यह बिल्कुल भी सही नहीं है।

यदि परिवार संगठित होकर रहेगा तो परिवार के सदस्य हर परिस्थिति से लड़ सकेंगे वही यदि परिवार एक साथ नहीं रहते, परिवार की विचारधारा ठीक नहीं होती तो वह परिवार विकसित नही हो पाता है और परिवार के सदस्यों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

आदर्श परिवार होगा तो बच्चे अपने परिवार के सदस्यों से, बड़े बुजुर्गों से अच्छे संस्कार सीखेगें। कहते हैं जो बच्चे देखते हैं वही करते हैं यदि आदर्श परिवार होगा तो बच्चे देखते हुए अच्छे मार्ग पर चलकर देश का, परिवार का, समाज का नाम रोशन करेंगे, जिंदगी में काफी आगे बढ़ेंगे।

आदर्श परिवार होगा तो परिवार में झगड़े नहीं होंगे और दूसरे परिवार भी उस आदर्श परिवार से प्रेरणा लेकर अपने परिवार को सही तरह से संगठित कर सकेंगे और जीवन में आगे बढ़ेंगे।

आज के समय में आदर्श परिवार- आज के समय में हम देखते हैं कि आदर्श परिवार बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। आज के समय में आधुनिकता के इस युग में लोग अपने आदर्श, अपने चरित्र, अपने संस्कारों को भूलते जा रहे हैं और टीवी चैनलो, फिल्म आदि से प्रभावित होकर अपने संस्कारों से दूर होते जा रहे हैं 

जिस वजह से आज के समय में आदर्श परिवार दिखना या मिलना काफी मुश्किल होता है लेकिन वास्तव में आज के समय में जो भी परिवार आदर्श होता है उसकी हर कोई प्रशंसा करता है, हर कोई उस परिवार की तरह बनने की कोशिश करता है, उस परिवार के उदाहरण दिए जाते हैं। 

आज के समय में आदर्श परिवार भले ही बहुत ही कम देखने को मिलते हैं लेकिन लोग आदर्श परिवार के महत्व को समझ रहे हैं, आदर्श परिवार के अनुसार अपने परिवार को बनाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि लोग समझ रहे हैं कि आज के समय में एक आदर्श परिवार बहुत ही जरूरी है।

उपसंहार- वास्तव में आज के समय में आदर्श परिवार की काफी महत्त्वता है। हम सभी को, अपने परिवार को आदर्श परिवार बनाने की कोशिश करना चाहिए।

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Friday, 2 June 2023

नदियों को प्रदूषण से कैसे बचाएं निबंध? Nadiyon ko pradushan se kaise bachaye

Nadiyon ko pradushan se kaise bachaye 

दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं नदियों को प्रदूषण से कैसे बचाएं पर हमारे द्वारा लिखा यह आर्टिकल आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस आर्टिकल को 

प्रस्तावना- नदियों को प्रदूषण से बचाना बेहद जरूरी है क्योंकि नदियों को प्रदूषण से बचाना ही हमारा कर्तव्य है। हम नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए हर तरह से प्रयत्न करें यह काफी जरूरी है क्योंकि नदियां हैं तो हम हैं, नदियों का जल हमारे लिए सर्वोपरि है।

नदियों का प्रदूषण- आज के समय में हम देखते हैं कि नदियों में प्रदूषण फैलता जा रहा है, भारत की बड़ी बड़ी नदियां भी प्रदूषित हैं। हम नदियों में कई तरह के पॉलिथीन, कचरे आदि डालने से भी नहीं हिचकते, हम नदियों का महत्व भूल जाते हैं।नदियों को प्रदूषण से बचाना बेहद जरूरी है। नदियों को प्रदूषन से बचाने के लिए सरकार भी कई कार्य कर रही है हमें भी कई कार्य करने चाहिए जिससे हम नदियों को प्रदूषण से बचा सके। 

नदियों को प्रदूषण से कैसे बचाएं- नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए हमें कई कृत्य करने चाहिए। सबसे पहले तो हमें चाहिए कि हम नदियों के प्रति खुद जागरूक रहें और दूसरों को भी जागरूक रखें। 

हमें कभी भी नदियों के आसपास कई तरह की पॉलिथीन आदि नहीं फेंकना चाहिए, हमें नदियों में किसी भी तरह का कचरा आदि बिल्कुल प्रवाहित नहीं करना चाहिए और हमें चाहिए कि हम नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए दूसरों को भी जागरूक करें, अपने बच्चों को भी सिखाए की नदियों का जल और नदी हमारे लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।

यदि नदी नहीं होंगी तो हमारा अस्तित्व भी नहीं होगा इसलिए नदियों को प्रदूषण से बचाना बेहद जरूरी है। सरकार भी नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए कई अभियान चलाती हैं सिर्फ सरकार का ही कर्तव्य नहीं बल्कि हमारा भी कर्तव्य है कि हम इस तरह के अभियान को आगे बढ़ाएं और सभी मिलकर नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए सहयोग प्रदान करें, दूसरों को भी जागरूक करें।

हम इस तरह के जागरूक अभियान को आगे बढ़ाने में समाज के साथ आगे आएं और देश की महत्वपूर्ण नदियों को स्वच्छ रखने में मदद करें।

कई फैक्ट्रियों से निकलने वाले हानिकारक पदार्थ को भी रोकना बेहद जरूरी है। सरकार को एवं फैक्ट्रियों को भी इस और जागरूक होना चाहिए और नदियों को प्रदूषित नहीं करना चाहिए।

वास्तव में नदी प्रदूषण से सबसे बड़ा हमारा ही नुकसान है। हमें इस और जागरूक होना चाहिए कि नदियों का प्रदूषण ना हो। वास्तव में यदि हम ऐसा कर सकते हैं तो हम जीवन में काफी आगे निकल सकते हैं।

उपसंहार- हमारा कर्तव्य है कि हम नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए हर कार्य करें और दूसरों को भी जागरूक करें। हम सरकार के द्वारा चलाए जा रहे अभियानों को आगे बढ़ाएं जिससे नदी प्रदूषण दूर हो सके वास्तव में यदि हम सब यह सब करने में सक्षम होते हैं तो हम काफी आगे बढ़ सकते हैं।

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Saturday, 27 May 2023

मैं पंछी बोल रहा हूं निबंध Main pakshi bol raha hun

मैं पंछी बोल रहा हूं निबंध 

दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं मैं पंछी बोल रहा हूं पर हमारे द्वारा लिखित यह काल्पनिक लेख आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस आर्टिकल को

 

मैं पक्षी बोल रहा हूं, मैं एक घर की छत पर बैठा हुआ हूं। मैं अक्सर इस घर की छत पर बैठना पसंद करता हूं क्योंकि घर की छत पर जब मैं बैठता हूं तो घर के मालिक मुझे खाना इत्यादि खाने के लिए देते हैं एवं मेरे साथ अच्छा व्यवहार करते हैं।

आज के समय में कम ही लोग होते हैं जो इस तरह के अच्छे होते हैं। पहले के समय में चारों तरफ हरियाली ही हरियाली होती थी, पेड़ पौधे ही पेड़ पौधे नजर आते थे जिस वजह से हम पक्षियों के अनुकूल वातावरण था और हम अधिक मात्रा में लोगों के आसपास देखने को मिलते थे लेकिन पर्यावरण संतुलन ना होने की वजह से आज के समय में हमारी संख्या भी दिन-प्रतिदिन कम होती जा रही है और हमें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। 

पक्षी कई लोगों को काफी पसंद होते हैं, कुछ लोग हम पक्षियों को पिंजरे में बंद करके भी रखते हैं लेकिन वह नहीं समझ पाते कि वास्तव में हमारी खुशी हमारी आजादी है हमें आसमान में घूमना, भ्रमण करना ही सबसे अधिक पसंद होता है। 

हम पक्षियों की ची ची की आवाज कुछ लोगों को काफी भाती है। आजकल कई लोग कई जगहों पर एक साथ में कई पक्षियों को देखने के लिए तरसते हैं। 

कई पक्षी जो आज के समय में लुप्त होते जा रहे हैं, कई तरह के पक्षी आज के समय में ज्यादातर चिड़ियाघर में देखने को मिलते हैं लोग रुपए देकर हमें देखते हैं और उन्हें बड़ी खुशी का अनुभव होता है, बच्चे हमें देखकर हमारी चहचहाने की आवाज को सुनकर काफी खुश हो जाते हैं

वास्तव में हम पक्षी किसी का कुछ बुरा नहीं करते फिर भी मनुष्य ने पर्यावरण को प्रदूषित करके, पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करके कई तरह के कृत्य करके हमें नुकसान पहुंचाया है लेकिन फिर भी हम पक्षी यही सोचते हैं कि मनुष्य भी अपने जीवन में सुखी रहे और हमें भी सुखी रहने दे बस यही है मेरे जीवन की आत्मकथा।

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Tuesday, 23 May 2023

जहाँ चाह वहाँ राह का अर्थ व् निबंध Jaha chaha waha raha par nibandh

Jaha chaha waha raha par nibandh

दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं जहां चाह वहां राह पर हमारे द्वारा लिखित यह लेख तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस लेख को 

जहां चाह वहां राह का अर्थ- जहां चाहा वहां राह का अर्थ है कि किसी भी व्यक्ति की जहां चाह होती है यानी जीवन में वह जो चाहता है सच्चे दिल से तो उस कार्य में कामयाब होने के लिए उसे राह यानी रास्ता मिल ही जाता है और आखिर में उसे सफलता मिलती है।

जहां चाह वहां राह से सफलता की ओर- आज के समय में हम देखते हैं कि कई लोग अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं, सफलता की बुलंदियों को छूना चाहते हैं लेकिन वास्तव में जो व्यक्ति जीवन में वाकई में दिल से सफलता पाना चाहता है तो हो सकता है उसे कुछ समय तक ऐसा लगे की उसे सफल होने का कोई रास्ता नहीं मिल रहा है लेकिन आगे चलकर उसे सफलता मिल ही जाती है और वह व्यक्ति सफल होकर दूसरों की सफलता के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बनता है।

वास्तव में इंसान के पास एक ऐसी शक्ति होती है कि जो वह चाहता है वह वो कर सकता है वस उसकी चाहत दिलों जान से होनी चाहिए। यदि इंसान किसी भी परिस्थिति में हार नहीं मानता और अपने कार्यों में लगा रहता है तो उसे सही रास्ता मिल ही जाता है और वह एक ना एक दिन सफलता की बुलंदियों को छू लेता है।

ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने अपनी चाहत के जरिए बहुत से ऐसे कार्यों में सफलता अर्जित की है जिनमें सफल होना वास्तव में काफी मुश्किल होता है। ऐसे ही महान लोगों में हैं धीरूभाई अंबानी, जो कि ₹500 की पेट्रोल पंप पर नौकरी किया करते थे लेकिन उनमें एक बड़ा आदमी बनने की चाहत थी, उन्होंने अपने जीवन में संघर्ष किया, कभी भी हार नहीं मानी और आखिर में उन्होंने दुनिया में अपना नाम रोशन किया।

कई ऐसे लोगों में बल्ब का आविष्कार करने वाले थॉमस एडिसन का भी नाम है जिन्होंने कड़ी मेहनत करके कई हजारों बार सफलता पाकर भी हार नहीं मानी और आखिर उन्हें रास्ता मिल ही गया और उन्होंने दुनिया को रोशन करने के लिए बल्ब का आविष्कार कर ही दिया।

वास्तव में इंसान की जहां पर चाहत होती है वहां पर हो सकता है मुश्किलें काफी हो लेकिन एक न एक दिन रास्ता उसको मिल ही जाता है और वह इंसान सफलता की बुलंदियों को छू लेता है। 

उपसंहार- वास्तव में जहां चाह होती है वहां राह मिल ही जाती है हमें कभी भी जीवन में मिल रही थोड़ी बहुत असफलताओं के चलते अपनी राह से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए और लगातार संघर्ष करना चाहिए। ईश्वर ने इंसान को वह शक्ति दी है कि वह बड़े से बड़े कार्यों को करके बड़ी से बड़ी सफलता अर्जित करके दुनिया में नाम रोशन कर सकता है।

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Sunday, 21 May 2023

अहिंसा परमो धर्म पर भाषण Ahinsa parmo dharma speech in hindi

अहिंसा परमो धर्म पर भाषण 

दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं अहिंसा परमो धर्म पर हमारे द्वारा लिखित भाषण आप से पढ़ें और इसके जरिए अपनी स्पीक की तैयारी करें तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस आर्टिकल को 

भाषण मैं कमलेश कुशवाह आज इस समारोह में आप सभी का स्वागत करता हूं। आज हम इस समारोह में एक साथ एकत्रित हुए इसकी मुझे काफी खुशी है। मैं उम्मीद करता हूं की यहां से हमें काफी कुछ सीखने को मिलेगा।

आज हम विशेष रूप से अहिंसा के बारे में चर्चा करने वाले हैं अहिंसा हमारा धर्म है जो व्यक्ति अहिंसा के मार्ग पर चलता है वह वास्तव में एक अपना परम धर्म निभाता है। अहिंसा का मार्ग अपनाना वास्तव में बहुत ही जरूरी है।

आज के समय में हर एक नागरिक को समझना चाहिए कि बड़े-बड़े कार्य जो वह हिंसा अपनाकर पूरे नहीं कर पाता अहिंसा के मार्ग पर चलकर वह आसानी से अपने कार्य सिद्ध कर सकता है। 

हमारे देश के महापुरुष महात्मा गांधी जी ने भी अहिंसा के मार्ग पर चलकर हम सभी को आजादी दिलाई थी। अहिंसा के मार्ग पर चलकर वो तब तक रहे जब तक कि उन्होंने हम सभी को आजादी नहीं दिला दी। 

महात्मा गांधी जी ने अहिंसा के मार्ग पर चलकर अंग्रेजों को झुका दिया, अहिंसा के मार्ग को अपनाते हुए उन्होंने ऐसे ऐसे कार्य किए कि अंग्रेज सरकार झुकने को मजबूर हो गई वास्तव में महात्मा गांधी जी और उनकी अपनाई गई अहिंसा का मार्ग बहुत ही बेहतरीन मार्ग है। 

हम सब अहिंसा के मार्ग को अपनाकर जीवन में बड़ी-बड़ी समस्याएं दूर कर सकते हैं और जीवन में बहुत आगे बढ़ सकते हैं। साथियों महात्मा गौतम बुद्ध जिन्हें हम भगवान भी मानते हैं उन्होंने भी हमें अहिंसा के मार्ग पर चलने की सलाह दी है। 

अहिंसा के मार्ग पर चलकर हम बिना किसी को नुकसान पहुंचाए बड़े-बड़े कार्यों को कर सकते हैं और दूसरों के प्रशंसा के योग्य बन सकते हैं, देश दुनिया में ख्याति पा सकते हैं। अहिंसा के बारे में इन्हीं शब्दों के साथ मैं अपने शब्दों को विराम देता हूं आप सभी का धन्यवाद।

दोस्तों हमारे द्वारा लिखित यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं धन्यवाद।

Tuesday, 16 May 2023

बुद्ध और अहिंसा पर निबंध Buddha aur ahinsa essay in hindi

बुद्ध और अहिंसा पर निबंध 

दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं बुद्ध और अहिंसा पर हमारे द्वारा लिखित यह लेख, इसे आप जरूर पढ़ें

भगवान बुद्ध ने हमें कई ऐसी बातें बताई हैं जिसका अनुसरण हमें अवश्य करना चाहिए। कई रास्तों में से एक रास्ता अहिंसा भी है अहिंसा के मार्ग पर चलना भगवान बुद्ध ने बहुत ही जरूरी बताया है तो चलिए हमारे द्वारा लिखे इस निबंध को पढ़ते हैं।

प्रस्तावना- अहिंसा हमारे जीवन में काफी जरूरी है। भगवान बुद्ध ने भी हमें हमेशा अहिंसा के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है अहिंसा के मार्ग पर चलकर वास्तव में हम जीवन में खुद तो सुखी रह ही सकते हैं, दूसरों को सुखी रखने में भी हम अहम भूमिका निभा सकते हैं। 

जैसे हम हैं जिस प्रकार हमें तकलीफ होती है उसी तरह से दूसरों को भी तकलीफ होती है इसलिए हमें हिंसा नहीं अपनाना चाहिए।

अहिंसा से तात्पर्य - अहिंसा से तात्पर्य है किसी जीव या जंतु को किसी भी तरह से नुकसान न पहुंचाना है। आज के समय में कई जगह हम देखते हैं कि जीव जंतुओं के साथ हिंसा हो रही है जिस वजह से उनके जीवन में दुख है।

हमें समझना चाहिए कि यदि हमारे साथ हिंसा होती है तो हमें भी अपार दुख मिलता है इसी तरह सभी को हिंसा की वजह से दुख का सामना करना पड़ता है इसलिए हमैं हमेशा अहिंसा के मार्ग पर चलना चाहिए।

हमारे देश के महात्मा गांधी जी ने हिंसा को अपनाएं बिना अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश को आजादी दिलाई और सबसे अहम भूमिका उन्होंने आजादी में निभाई।

अहिंसा के बारे में भगवान बुद्ध के कुछ विचार 

भगवान बुद्ध ने हमेशा हिंसा की निंदा की उन्होंने कहा है कि जहां मन हिंसा से मुड़ता है वहां शांति बनी रहती है, वहां दुख नहीं होता और जीवन में हमेशा सुख होता है इसलिए हमेशा अहिंसा अपनाना चाहिए।

भगवान गौतम बुद्ध कहते थे कि यदि अपनी प्राण रक्षा के लिए भी किसी के साथ हिंसा करना पड़े तो भी हमें ऐसा बिल्कुल नहीं करनी चाहिए क्योंकि हम देखते हैं कि जितना दुख हमें होता है उतना ही दूसरे जीव जंतु या प्राणियों को भी होता है इसलिए हिंसा से हमेशा दूर रहे, जीवन में हमेशा सुखी रहें और दूसरों को भी सुखी रहने दे 

वास्तव में भगवान गौतम बुद्ध ने अहिंसा के मार्ग पर चलने का जो मार्ग लोगों को बताया है वह बहुत ही महत्वपूर्ण है। हम सभी को इस मार्ग पर चलना चाहिए क्योंकि जो कार्य हिंसा के मार्ग पर चलकर नहीं होते वह कार्य अहिंसा के मार्ग पर चलकर हो जाते हैं।

उपसंहार - हम सभी को हिंसा के मार्ग पर न चलते हुए अहिंसा के मार्ग पर चलना चाहिए। गौतम बुद्ध ने भी यही सलाह दी है और हमारे देश के महापुरुष महात्मा गांधी जी ने भी अहिंसा के मार्ग पर चलकर हमारे देश को स्वतंत्र कराया है वास्तव में अहिंसा का मार्ग सबसे अच्छा मार्ग है।

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Saturday, 6 May 2023

निरक्षरता पर निबंध Niraksharta par nibandh

निरक्षरता पर निबंध 

दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं निरक्षरता पर हमारे द्वारा लिखित निबंध आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए आज के हमारे इस निबंध को पढ़ते हैं 

प्रस्तावना - निरक्षरता का अर्थ है निरक्षर होना यानी जिसे अक्षर का ज्ञान नहीं वह निरक्षर कहलाता है। निरक्षरता आज के समय में एक समस्या बनी हुई है। पहले के समय से आज के समय में भले ही पढ़ाई पर जोर दिया गया हो लेकिन फिर भी आज के समय में कई निरक्षर लोग मिलेंगे। निरक्षरता को दूर करना बेहद जरूरी है क्योंकि इससे कई सारी समस्याएं हमारे समाज में होती हैं।

निरक्षरता से समस्याएं - निरक्षरता देश के लिए, समाज के लिए एक अभिशाप है क्योंकि हमारा समाज जब निरक्षर होगा तो कई समस्याएं हमें देखने को मिलेंगी। 

निरक्षर होने की वजह से समाज के लोग जागरूक नहीं हो पाएंगे और कई फायदेमंद योजनाओं का फायदा भी नहीं उठा पाएंगे,  निरक्षरता की समस्या की वजह से कई लोग अच्छा कार्य नहीं कर पाते और उन्हें मजबूरी बस मजदूरी करना पड़ती है। 

कई जगह हम देखते हैं कि कई ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल नहीं है या है तो काफी दूर है जिस वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे बच्चियों को स्कूल जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ता है जिस वजह से वह स्कूल नहीं जा पाते और वह निरक्षर रह जाते हैं। 

निरक्षरता की वजह से कई बार कुछ लोग देश हित के लिए कई कार्य नहीं कर पाते हैं, कई लोग बड़े-बड़े उच्च पदों पर पहुंच जाते हैं लेकिन उच्च स्तर की पढ़ाई ना होने की वजह से उन्हें ज्ञान नहीं होता और कई लोग उनसे अपने निजी फायदे के लिए कई कार्य करवा लेते हैं इस तरह की समस्या निरक्षरता की वजह से देखी गई हैं। 

निरक्षरता की वजह से देश में गरीबी भी देखने को मिल रही है दरअसल निरक्षर लोगों को कोई अच्छा रोजगार नहीं मिल पाता जिस वजह से वह कोई अच्छा सा कार्य नहीं कर पाते और वह केवल मेहनत मजदूरी करके अपना भरण-पोषण बड़ी मुश्किल से कर पाते हैं और इस तरह से गरीबी की समस्या भी होती है।

पुराने समय से अभी तक के समय के साथ बदलाव - पुराने समय से आज तक के समय में काफी बदलाव हो चुका है पहले ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूलों की कमी थी लेकिन आज के समय में गांव गांव में स्कूल है। पहले जिन गांव में स्कूल नहीं थे उन गांव के आसपास या आसपास के गांव में स्कूल देखे जाते थे जिससे कुछ बच्चे चलकर या साइकिल से स्कूलों में जा पाते थे।

भले ही ग्रामीण क्षेत्रों में आज हायर सेकेंडरी तक स्कूल ना हो लेकिन कुछ ग्रामीण क्षेत्रों में मिडिल क्लास तक की शिक्षा दी जाती है जिस वजह से पहले से आजकल के समय में विद्यार्थियों को थोड़ी सुविधा मिली है लेकिन फिर भी आज शिक्षा के क्षेत्र में और भी विकास होना जरूरी है। 

शिक्षा के क्षेत्र में आज भी विद्यार्थियो को उच्च स्तर की पढ़ाई करने के लिए बाहर जाना पड़ता है या आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों तक या शहरों तक जाना पड़ता है जिस वजह से कई मां बाप अपने बच्चों को उच्च स्तर की शिक्षा नहीं दिलवा पाते।

निरक्षरता दूर होगी तो बदलाव होगा - हमारे भारत देश में निरक्षरता यदि दूर होगी तो वास्तव में काफी बदलाव हो सकता है। आज के समय में कई लोग ऐसे हैं जो मजदूरी वर्ग के हैं। अगर मजदूरी वर्ग के लोगो को शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलता है तो वास्तव में वह कई नए नए क्षेत्रों या अपने काबिलियत के अनुसार कुछ क्षेत्रों में अच्छा कार्य कर सकेंगे जिससे देश की उन्नति भी होगी और उनके जीवन में भी बदलाव होगा।

सरकार लोगों को शिक्षा देने के लिए काफी कोशिश कर रही है लेकिन फिर भी कई लोग निरक्षर रह जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को भी शिक्षा की ओर जागरूक रहने की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग शिक्षा की ओर जागरूक होंगे तो देश आगे बढ़ेगा और देश की कई समस्याएं दूर होंगी और देश से बेरोजगारी दूर हो सकेगी वास्तव में निरक्षरता दूर होकर हमारे जीवन में काफी बदलाव हो सकता है।

उपसंहार - निरक्षरता किसी भी देश के लिए अभिशाप है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक होना चाहिए कि वे शिक्षा के महत्व को समझें। लड़के लड़कियों को बेहतर से बेहतर शिक्षा दिलवायें जिससे देश आगे बढ़े।

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