Nar aur nari ek saman essay in hindi
दोस्तों नमस्कार, आज हम आपके लिए लाए हैं नर और नारी एक समान पर हमारे द्वारा लिखित यह आर्टिकल आप इसे जरूर पढ़ें और अपने ज्ञान को बढ़ाएं तो चलिए पढ़ते हैं आज के हमारे इस आर्टिकल को
प्रस्तावना- आज के समय में नर और नारी एक समान है। भले ही इस बात को लोग ना समझे लेकिन सरकार ने नर और नारी को एक समान करने के लिए नारी को कई अधिकार दिए हैं जिससे वह पुरुष के कंधे से कंधे मिलाकर आगे बढ़ सकती है और जीवन में सफलता की बुलंदियों को छू सकती है।
नर और नारी एक समान- आज के समय में हम देख रहे हैं कि सरकार पूरी कोशिश कर रही है की नारी को भी पुरुषों के समान अधिकार दिए जाएं, नारी को पुरुषो से बिल्कुल भी कम ना आंका जाए।
पहले के समय में हम देखें की नारी को पुरुषों के समान समझा जाता था, नारी को किसी भी तरह से पुरुषों से कम नहीं समझा जाता था, नारी प्रत्येक क्षेत्र में पुरुषों के समान हर क्षेत्र में कार्य करती थी।
चाहे वह रणभूमि का क्षेत्र हो चाहे वह यज्ञ आदि अनुष्ठान किए जाएं हर जगह नारी को पुरुषों के समान बराबर अधिकार दिए जाते थे लेकिन बीच में हम देखें तो कुछ आक्रमणकारियों की वजह से नारी की स्थिति खराब हुई।
नारी को पर्दा प्रथा जैसी प्रथाओं में रहना पड़ा, नारी पर कई तरह के अत्याचार किए गए जिस वजह से नारी की दुर्दशा हुई और नारी को पुरुषों से कम आंका जाने लगा लेकिन आज के आधुनिक युग में बहुत कुछ बदल रहा है।
सरकार लोगों को जागरूक कर रही है कि हम सभी नारी को पुरुषों के समान समझे। इस ओर सरकार विशेष रूप से पहल कर रही है, हरएक क्षेत्र में नारी को आगे बढ़ाया जा रहा है।
नारी आज के समय में पुरुषों के समान ही है, नारी को पुरुषों के समान अधिकार प्रदान किए जा रहे हैं लेकिन फिर भी हम स्थिति को देखें तो ज्यादातर लोग आज के समय में भी नारी को पुरुषों के समान नहीं समझते और कई तरह से नारी का शोषण किया जा रहा है।
पुरानी कुप्रथायें भले ही खत्म करने के लिए सरकार कदम उठा रही है लेकिन आज भी हम देखते हैं कि समाज में किसी न किसी तरह से कुप्रथायें चलन में है जिस वजह से नारी की स्थिति सही नहीं है लेकिन सरकार फिर भी नर नारी को समान अधिकार दे रही है और कोशिश कर रही है कि हम नारी को किसी भी क्षेत्र में कमजोर ना समझे।
आज हम देखें तो नारी भी हरएक क्षेत्र में पुरुषों से कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रही है। नारी आज डॉक्टर भी है, इंजीनियर भी है और कलैक्टर भी है और आज नारी भारत के सबसे बड़े पद पर भी विराजमान है। वास्तव में हम सभी को नर नारी को एक समान समझना चाहिए, जीवन में नारी को भी आगे बढ़ने के लिए बढ़ावा देना चाहिए।
उपसंहार- हम सभी का कर्तव्य है कि हम नारी को पुरुषों के समान ही समझें और हरएक क्षेत्र में नारी को आगे बढ़ाएं, नारी को पुरुषों से बिल्कुल भी कमजोर ना समझे क्योंकि नारी सशक्त होगी तभी देश सशक्त होगा।
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