कपास की आत्मकथा
मैं कपास हूं। अक्सर लोग ग्रामीण क्षेत्रों में मेरी खेती करते हैं क्योंकि मैं काफी फायदेमंद फसल हूं। लोग मेरी फसल करके काफी लाभ प्राप्त करते हैं। दरअसल मेरा उपयोग कपड़े बनाने में किया जाता है।
कई मशीनों के द्वारा पहले मेरे द्वारा धागा बनाया जाता है उसके बाद उस धागे को कपड़े का आकार दिया जाता है और फिर उस कपड़े से कई तरह के डिजाइनिंग कपड़े बनाए जाते हैं जो काफी सुंदर लगते हैं।
स्त्री या पुरुष उन कपड़ों को पहनते हैं। मेरी फसल भारत एवं भारत के कई राज्यों में तो की जाती है एवं कई अन्य विदेशों में भी मेरी फसल की जाती है जो काफी महत्वपूर्ण होती है। मेरी यानि कपास की फसल किसान पैदावार करते हैं जिससे उनको भी फायदा होता है और बड़े बड़े व्यापारियों को भी इससे काफी फायदा होता है।
कपास की फसल के द्वारा सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी रंग बिरंगे कपड़े बनाए जाते हैं जो कि काफी ऊंचे दामों में भी मिलते हैं। कपास की फसलों को पैदावार करने के लिए किसानों को काफी परेशानियों से जूझना पड़ता है।
कई कीड़े होते हैं जो कपास की फसल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते हैं लेकिन किसान अपने उपायों से कपास की फसल बचा लेते हैं लेकिन कई बार किसानों को मेरी इस फसल से कभी-कभी नुकसान भी भुगतना पड़ता है यानी उनका नुकसान हो जाता है।
कपास की फसल से व्यापारियों को भी रोजगार मिलता है, कई व्यापारी बहुत सारा धन कमाते हैं। मुझे काफी अच्छा महसूस होता है कि मेरी फसल से सभी को काफी लाभ प्राप्त होता है मेरी फसल के बदौलत कई सारे लोगों के घर चलते हैं, लोगों को अच्छे अच्छे सुंदर कपड़े पहनने को मिलते हैं वास्तव में मुझे गर्व है कि मैं कपास की फसल हूं।
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