Essay on chowkidar in hindi
आज हम आपके लिए लाए हैं चौकीदार पर हमारे द्वारा लिखा यह काल्पनिक आर्टिकल आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं । चौकीदार की आत्मकथा , मैं एक चौकीदार हूं । मैं स्कूल में कार्य करता हूं । मेरा कार्य स्कूल की देखरेख करना होता है ।
मुझे चौकीदारी करना बहुत ही पसंद है । आज से 10 साल पहले से मैं यह कार्य करता हूं । चौकीदारी करने के पीछे सिर्फ दो ही कारण है एक तो मैं स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों को बेहद पसंद करता हूं । उन्हें अपनी नजरों के सामने हमेशा देखना मुझे बहुत अच्छा लगता है और दूसरा कारण यह है कि मैं अपने स्कूल की देखरेख करना चाहता हूं ।
मैं चाहता हूं कि स्कूल और बच्चे दोनों ही सुरक्षित रहें , बच्चों को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े । किसी भी बाहर के अनजान व्यक्ति को मैं स्कूल में प्रवेश नहीं करने देता । आज से 10 साल पहले मैंने चौकीदार की नौकरी शुरू की थी और जब मुझे पता लगा था कि मेरी नौकरी स्कूल में लगी है तो मुझे काफी खुशी हुई थी क्योंकि मैं हमेशा बच्चों से काफी प्रेम करता हूं ।
बच्चों के साथ आज मुझे खेलना कूदना बहुत ही पसंद आता है , उनकी सुरक्षा करना मुझे बहुत ही अच्छा लगता है । मैं हमेशा किसी भी व्यक्ति को स्कूल के अंदर तभी प्रवेश करने देता हूं जब वह मेरे रजिस्टर में अपना नाम , मोबाइल नंबर और सिग्नेचर करता है ।
मैं अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ निभाना चाहता हूं । हमारे देश के भविष्य बच्चे ही होते हैं । बच्चों की देखभाल से बढ़कर मेरे लिए कुछ भी नहीं है । आप अपने दोस्तों में यह आर्टिकल शेयर करें और हमें सब्सक्राइब करें ।
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