Thursday 18 March 2021

मन के हारे हार है मन के जीते जीत essay in hindi

मन के हारे हार है मन के जीते जीत essay in hindi

मन के हारे हार हैं मन के जीते जीत यानी जो व्यक्ति मन से हार जाता है वह जीवन में कभी भी नहीं जीत पाता और जो व्यक्ति अपने मन को जीत लेता है और एक बार मन से सोच लेता है कि वह जीतेगा तो वह जीत कर ही रहता है । 


वास्तव में मन ही हमें हराता है और मन ही हमें जिताता है । यदि मन में विश्वास हो तो दुनिया में कोई भी ऐसा काम नहीं जो मनुष्य के लिए असंभव हो । मनुष्य असंभव को भी संभव कर सकता है और दुनिया में ऐसा हुआ भी है । कई ऐसे काम हैं जो पहले असंभव थे लेकिन मनुष्य ने अपने मन की शक्ति के जरिए वह कार्य करके दिखा दिया है । 

मन की शक्ति मनुष्य की सबसे बड़ी शक्ति है । जीवन में बड़ी बड़ी मुश्किलों का सामना हम मन की शक्ति के जरिए आसानी से कर सकते हैं । हम जब भी अपने लक्ष्यों के बारे में सोचते हैं तो हम अक्सर सोचते हैं कि हम कैसे इन लक्ष्यों को पूरा कर पाएंगे । 

यदि हमारे मन में उन लक्ष्यों को पूरा करने के प्रति सकारात्मक भावना है , हम फुल कॉन्फिडेंस में है कि हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करके रहेंगे चाहे जितनी भी परेशानियां आए हम उन परेशानियों का डटकर सामना करेंगे तो वास्तव में मन की शक्ति के जरिए आप अपने लक्ष्य को पा सकते हैं । 

थॉमस अल्वा एडिसन जिन्होंने बल्ब का आविष्कार किया था दुनिया उनका मजाक उड़ाती थी लेकिन वह मन से बिल्कुल भी नहीं हारे थे लेकिन मन से वह हमेशा पॉजिटिव थे उनके लिए उनका लक्ष्य सबसे महत्वपूर्ण था और उन्हें पूरा विश्वास था कि 1 दिन वह बल्ब का आविष्कार अवश्य कर लेगा और उन्हें पूरा विश्वास था कि 1 दिन वह बल्ब का आविष्कार करके ही रहेंगे । 

काफी समय लगा कई बार वह असफल हुए लेकिन उन्होंने अपने मन के विश्वास के जरिए बल्ब का आविष्कार कर दिया और आज पूरी दुनिया उन्हें जानती हैं  । इसलिए हमें हमेशा यह बात याद रखना चाहिए कि मन के हारे हार है मन के जीते जीत । 

दोस्तों हमारे द्वारा लिखा यह आर्टिकल आपको कितना पसंद आया हमें जरूर बताएं और हमारे इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमें सब्सक्राइब भी करे ।

0 comments:

Post a Comment