Essay on guru purnima in hindi
हम क्यों मनाते हैं गुरु पूर्णिमा निबंध- गुरु पूर्णिमा आषाढ़ की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को मनाई जाती है । ऐसा माना जाता है कि इसी दिन संपूर्ण मानव जाति के गुरु वेद व्यास जी का जन्म हुआ था जिन्होंने कई वेदों की रचना की है ।
गुरु पूर्णिमा का क्या महत्व है?- गुरु पूर्णिमा इसलिए मनाई जाती है जिससे हम गुरु के महत्व को समझ सके गुरु जोकि सबसे बढ़कर होता है ।
एक दोहे के अनुसार गुरु ही ब्रह्मा होता है और गुरु ही विष्णु है गुरु ही शिव है और गुरु ही परब्रह्म है ऐसे गुरु को मैं नमस्कार करता हूं । वास्तव में गुरु वह होता है जिसके जरिए शिष्य ज्ञान प्राप्त करके जीवन में आगे बढ़ता है ।
इस तरह से हम देखें तो गुरु की शिक्षा के बगैर एक मनुष्य पशु के समान ही होता है लेकिन गुरु अपने शख्स को शिक्षित करता है और जीवन का कई तरह का ज्ञान उसे कराता है और वह मनुष्य ज्ञान प्राप्त करके इस संसार में सही तरह से जीवन यापन कर पाता है और कई तरह की सोचने समझने की क्षमता उसकी हो पाती है ।
गुरु सबसे बढ़कर होता है । माता पिता हम को जन्म देते हैं हम को पालते हैं हमको बड़ा करते हैं इस तरह से देखें तो वह भी हमारे गुरु हैं हमें उनका सम्मान करना चाहिए । उसके बाद जब हम थोड़े बड़े हो जाते हैं तो पूरी तरह से शिक्षा देने की जिम्मेदारी गुरु की होती है । गुरु अपने सभी सदस्यों को समान शिक्षा प्राप्त करता है उन्हें ज्ञानवान बनाता है ।
हम सभी को गुरु का सम्मान करना चाहिए गुरु के चरण स्पर्श करने चाहिए और गुरु को सबसे बढ़कर समझना चाहिए । गुरु की आज्ञा की अवहेलना नहीं करनी चाहिए । मनुष्य के हो सकता है एक से ज्यादा गुरु हो लेकिन मनुष्य को एक अपना एक सबसे प्रमुख गुरु बनाना चाहिए । उस पर पूरी तरह से विश्वास रखना चाहिए और जीवन में आगे बढ़ना चाहिए ।
हम सभी को पढ़ाई के क्षेत्र में तो गुरु की आवश्यकता होती है इसके अलावा हमें किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए एक गुरु की आवश्यकता होती है । गुरु एक तरह से हमारे मार्गदर्शक होते हैं । एक गुरु के बिना जीवन के किसी भी कार्य में सफल नहीं हो या जा सकता इसलिए गुरु होना बेहद जरूरी है ।
गुरु पूर्णिमा के दिन हमें अपने गुरु को याद करके उनका सम्मान करना चाहिए गुरु को ईश्वर के समान समझना चाहिए ।
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