mera priya khel lagori essay in hindi
हम कई सारे खेल खेलते हैं उनमें से कई गेम ऐसे होते हैं जो हमें काफी पसंद होते हैं, हम उन खेलों को बार-बार खेलना चाहते हैं ऐसा ही एक मेरा प्रिय खेल है लगोरी। लगोरी खेल में बचपन में बहुत ही ज्यादा खेलना पसंद करता था अक्सर जो बच्चे होते हैं वह अपने स्कूल में या आसपास के दोस्तों के साथ कई खेल खेलते हैं लेकिन मैं अपने बचपन में सबसे ज्यादा लगोरी खेल अपने दोस्तों के साथ खेलता था।image source-https://commons.wikimedia.org/wiki/File:Lagori_Play.jpg
इस खेल में 5 या 7 पत्थरों का उपयोग किया जाता है और फिर खेल शुरू किया जाता है। लगोरी खेल राजस्थान एवं चेन्नई में काफी प्रसिद्ध है, इस खेल के बारे में कुछ बातें यह है कि इस खेल को नेशनल एवं इंटरनेशनल स्तर पर खेलने की शुरुआत की जाने वाली है, इस खेल को काफी प्रमोट भी किया जा रहा है क्योंकि यह खेल हमारे भारत में बच्चे काफी खेलना पसंद करते हैं, यह खेल पुराना खेल है इस बारे में कहा जाता है कि तमिलनाडु मैं इस खेल की पढ़ाई भी करवाई जाती है।
दरअसल यह खेल बचपन में बच्चे काफी खेलना पसंद करते हैं इस खेल में कुछ पत्थरों के साथ खेल को आगे बढ़ाया जाता है, इस खेल में 2 टीमें होती हैं जो एक दूसरे को आउट करने की कोशिश करती हैं। इस खेल में एक टीम खपरे के टुकड़ों को उछालती है और दूसरी टीम अपनी बॉल से खपरे गिराने वाली टीम को निशाना बनाती है इस तरह से धीरे-धीरे यह खेल आगे बढ़ाया जाता है और अंत में किसी एक टीम की जीत हो जाती है।
बचपन में अक्सर बच्चे खेलना पसंद करते हैं, इस खेल के प्रचार प्रसार के लिए झारखंड में एक फेसबुक पर पेज भी चलाया जा रहा है जो काफी प्रसिद्ध है।
दोस्तों मेरे द्वारा लिखा लगोरी खेल पर निबंध आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं, इस निबंध को अपने दोस्तों में शेयर करना ना भूले।
0 comments:
Post a Comment