Saturday 5 December 2020

सूखे पेड़ की आत्मकथा hindi essay on sukhe ped ki atmakatha

Hindi essay on sukhe ped ki atmakatha

मैं एक सूखा पेड़ हूं। आज मैं आपको अपनी आत्मकथा सुनाने वाला हूं। आज से कई सालों पहले जब मेरा जन्म हुआ था तो मैं काफी खुश था, मैं एक छोटा सा पौधा था, आसपास के लोग मुझे सुबह शाम पानी देते थे तो मैं काफी खुश रहता था, लोग मेरी सुरक्षा भी किया करते थे क्योंकि कई पशु पक्षी मुझे नुकसान पहुंचाने के लिए हमेशा आया करते थे।


 धीरे-धीरे में बड़ा होता गया, लोगों ने मेरी सुरक्षा की और आज मेरी उम्र काफी ज्यादा हो चुकी है,मुझे मेरे पहले के दिन अच्छी तरह से याद हैं। जब मैं बड़ा था तो मेरी डालियां चारों ओर फैली रहती थी, कई लोग मेरी डालियों और पत्तियों को तोड़कर ले जाते थे, वह मेरी पत्तियों का उपयोग दवाई के रूप में करते थे तो मुझे अच्छा लगता था कि चलो मैं किसी के काम तो आता हूं। मैं किसी के काम आता हूं तभी लोगों ने मेरी रक्षा की। 

गर्मियों के दिनों में लोग मेरी छांव में बैठते थे तब मुझे काफी खुशी महसूस होती थी लेकिन आज मैं थोड़ा इसलिए दुखी हूं क्योंकि मैं आज सूख गया हूं। जो जानवर, पशु पक्षी मुझको देखकर मेरे आसपास आ जाते थे और मेरी पत्तियों को खाने की कोशिश करते थे लेकिन वही जानवर मुझ सूखे वृक्ष को देखकर मेरे आसपास भी नहीं आते। मैं दिन प्रतिदिन सूखता जा रहा हूं, गर्मी के इस मौसम में मेरे पत्ते भी दिन प्रतिदिन झड़ते जा रहे हैं।

 अब मेरा क्या होगा, मुझे खुद पता नहीं लेकिन कहते हैं कि हर एक की एक उम्र होती है। हो सकता है मेरी उम्र भी इतनी हो और अब मैं सुखी होकर इस दुनिया से विदा हो जाऊं लेकिन मेरी लकड़ियां लोगों के काम में आएंगे। मैं पेड़ जीवन भर लोगों की, पशु पक्षियों की सेवा करता रहता हूं, बदले में उनसे कुछ नहीं चाहता मैं उन्हें छाया प्रदान करता हूं, ऑक्सीजन देता हू, गर्मियों में कई तरह से उनकी मदद करता हूं।

 आज सूखकर भी में लोगों की मदद करूंगा।मैंने अपने जीवन काल में कई सारे पेड़ पौधों को सूखते हुए देखा है। अब मैं धीरे-धीरे सूख रहा हूं लेकिन मुझे खुशी इस बात की है कि मैं सूखकर भी लोगों के कई तरह से कार्यों में मदद करूंगा। लोग मेरी लकड़ी पाकर खुश होंगे, यही है मेरे जीवन की आत्मकथा।

दोस्तों सूखे पेड़ की आत्मकथा पर मेरे द्वारा लिखा ये काल्पनिक लेख hindi essay on sukhe ped ki atmakatha आप जरूर पढ़ें, अपने दोस्तों में शेयर भी करें।

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