Monday 9 November 2020

साइकिल रिक्शा पर निबंध Essay on cycle rickshaw in hindi

Essay on cycle rickshaw in hindi

साइकिल रिक्शा एक ऐसा वाहन होता है जो साइकिल की तरह पैदल देकर चलाया जाता है लेकिन साइकिल और इसमें थोड़ा अंतर होता है साइकिल 2 पहियों का होता है लेकिन साइकिल रिक्शा तीन पहियों का होता है, जिसमें साइकिल की तरफ पैदल देकर चलाया जाता है और साइकिल की तरह हाथों से इसके हैंडल पकड़े जाते हैं और फिर साइकिल की तरह सीट पर बैठकर इसे आगे बढ़ाया जाता है। 


साइकिल रिक्शा मैं पीछे सवारियों को बैठने के लिए जगह भी होती है जिसमें दो या तीन सवारी पीछे की तरफ बेठ पाती हैं और साइकिल रिक्शा चलाने वाला उन सवारियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाने के लिए किराया वसूल करता है। साइकिल रिक्शा कई शहरों में भी देखे जाते हैं। 

साइकिल रिक्शा ऑटो रिक्शा की तरह बना होता है लेकिन ऑटो रिक्शा डीजल से चलता है इसमें इंजन होता है लेकिन साइकिल रिक्शा में इंजन नहीं होता और ना ही यह पेट्रोल-डीजल से से चलता है यह तो केवल साइकिल की तरह पैदल मारकर चलता है, इसे चलाने में साइकिल रिक्शा चालक को थोड़ी मेहनत करना पड़ती है लेकिन आजकल साइकिल रिक्शा बहुत ही कम देखने को मिलती है। 

आजकल साइकिल रिक्शा की जगह ऑटो रिक्शा, टैक्सी आदि देखने को मिलती है क्योंकि यह दोनों एक स्थान से दूसरे स्थान पर साइकिल रिक्शा की अपेक्षा जल्दी पहुंचा देती हैं जिससे लोग इन वाहनों की ओर सवारी करने में रुचि दिखाते हैं। साइकिल रिक्शा शहरों में बहुत ही कम देखने को मिलती है।

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