Saturday 16 May 2020

वचन का महत्व पर निबंध vachan ka mahatva in hindi essay

वचन का महत्व पर निबंध

जीवन में बच्चन का बहुत ही महत्व है मनुष्य के द्वारा किए हुए वचन मनुष्य की कीर्ति हमेशा बनाए रखते हैं जो व्यक्ति बचन का महत्व समझता है वह कभी भी अपने वचन को नहीं तोड़ता जब भी वह किसी व्यक्ति को किसी भी बात को लेकर बचन दे देता है हर हालत में वह व्यक्ति उन वचनों का पालन करता है और अपने वचन के पालन के लिए वह हर मुसीबत का सामना करता है।


 जीवन में बचन का बहुत ही महत्व है जो भी व्यक्ति वचनबद्ध होता है उसकी हर कोई सुनता है हर किसी के सामने वह एक महत्वपूर्ण व्यक्ति होता है हर व्यक्ति उस व्यक्ति की बातों को महत्व देता है। वचनबद्ध व्यक्ति को हर कोई पसंद करता है यदि कोई व्यक्ति किसी प्रकार का वचन देता है और फिर उस वचन का पालन नहीं करता तो समाज में, रिश्तेदारों में, परिवार में उस व्यक्ति की कोई भी वैल्यू नहीं होती उस व्यक्ति को कोई भी कुछ भी नहीं समझता वह व्यक्ति जब कुछ अच्छा भी कहता है तो भी लोग उसकी नहीं मानते इसलिए एक व्यक्ति को बचन का महत्व समझना चाहिए और वचनबद्ध होकर एक अच्छा और सच्चा इंसान बनना चाहिए।


 वचनबद्ध इंसान की हर कोई प्रशंसा करता है बचन का महत्व भले ही आजकल के जमाने में लोग ना समझते हो लेकिन पुराने समय में वचन को सबसे ज्यादा महत्व दिया जाता था लोग अपने वचन को रखने के लिए यानी वचन का पालन करने के लिए हर संभव प्रयत्न करते थे दुनिया की हर मुसीबत का वह सामना करने से नहीं डरते थे उनके लिए वचन सबसे महत्वपूर्ण था।


 इतिहास में जब हम देखते हैं कुछ लोगों के चरित्र तो हम समझ सकते हैं कि प्राचीन काल के लोगों ने वचनबद्धता को कितना महत्व दिया है महाभारत के समय के भीष्म पितामह जोकि वचनबद्ध थे उन्होंने अपने वचनों का पालन करने के लिए वह सब किया जो वह नहीं चाहते थे यानी उन्होंने अपने प्रिय अर्जुन के साथ युद्ध किया यह सिर्फ उन्होंने अपने वचनों का पालन करने के लिए किया उनके लिए वचन सबसे महत्वपूर्ण था। दरअसल भीष्म पिता जी ने एक वचन दिया था जिसका उन्होंने जीवन भर पालन किया और अपने वचन की पूर्ति के लिए उन्होंने अपने प्राणों का भी बलिदान दे दिया था।


दानवीर कर्ण ऐसे इंसान थे जिनसे यदि कोई कुछ मांगता था तो वह कभी भी उसे निराश नहीं करते थे एक बार इंद्र देवता ने भी दानवीर कर्ण से कवच और कुंडल मांग लिए थे दानवीर कर्ण के लिए कवच और कुंडल बहुत ही महत्वपूर्ण थे दानवीर कर्ण वचनबद्ध थे इसलिए उन्होंने देवराज इंद्र को कवच और कुंडल दान में दे दिया था।


 रामायण में भी वचन का महत्व बताया गया है रामायण में कैकई ने दशरथ जी से तीन बर मांगे थे दशरथ जी ने उन तीन बर दानों को उन्हें दे दिया बचन की पूर्ति के लिए ही भगवान श्री रामचंद्र जी ने 14 वर्ष का वनवास काटा था। वास्तव में वचन काफी महत्वपूर्ण है इतिहास में जो भी व्यक्ति वचनबद्ध रहा है आज उसकी कीर्ति चारों और विद्यमान है हर कोई उन्हें जानता है उनकी प्रशंसा करता है इसलिए हर किसी व्यक्ति को वचन का महत्व समझना चाहिए।


 कभी भी किसी को वचन देने से पहले हमें जरूर विचार कर लेना चाहिए और वचन देने के बाद हर हालत में उस वचन को पूरा करना चाहिए वचन आज के जमाने में भी काफी महत्वपूर्ण होना चाहिए वचन का वास्तव में काफी ज्यादा महत्व है जो व्यक्ति वचनबद्ध होता है उसकी कीर्ति चारों ओर विद्यमान रहती है।

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