Saturday 11 April 2020

मेरा जीवन का लक्ष्य पर निबंध Essay on my life goal in hindi

मेरा जीवन का लक्ष्य पर निबंध

दोस्तों नमस्कार कैसे हैं आप सभी आज हम आपके लिए लाए हैं मेरे जीवन का लक्ष्य पर निबंध आप इसे जरूर पढ़ें तो चलिए पढ़ते हैं आज के इस निबंध को।

 हर एक इंसान का जीवन में एक बड़ा लक्ष्य जरूर होना चाहिए लक्ष्य कुछ ऐसा होना चाहिए जिससे उसको, उसके परिवार को, समाज को और पूरे देश को फायदा हो यदि हर एक इंसान अपना लक्ष्य बनाकर कुछ बड़ा करे तो वास्तव में जीवन में भी व्यक्ति सफलता की बुलंदियों को छुएगा।

मेरे जीवन का लक्ष्य कुछ ऐसा ही है मेरे जीवन का लक्ष्य है कि मैं जीवन में कुछ ऐसा करूं की मेरा समाज, मेरा देश मुझे हमेशा याद रखें। दरअसल मैं जब बच्चा था तो देखा करता था की मेरे दादाजी हमेशा दूसरों की मदद किया करते थे जब भी कोई व्यक्ति पर परिस्थिति आती थी तो वह अपने समाज के लोगों कि हमेशा मदद किया करते थे।

 चाहे उन्हें कितनी भी विकट परिस्थितियों से क्यों ना गुजर ना पड़े लेकिन वह अपने कर्तव्य से कभी भी प्रमुख नहीं होते थे इसी वजह से हर कोई उनकी तारीफ करता था। मैं यह सब बचपन से ही देखता आ रहा था बचपन में ही मैंने निर्णय लिया कि मैं भी अपने दादाजी की तरह ऐसा ही कुछ करूंगा जिससे दूसरों की मदद हो सके।

  अपने दादाजी का नाम रोशन हो सके बचपन में ही मेरे द्वारा लिया गया यह निर्णय मैंने किसी को बताया तो नहीं लेकिन हमेशा मेरे दिलो-दिमाग में रहता था। मैं बड़ा होने लगा मैंने कॉलेज की पढ़ाई की और जब भी समाज में, यह देश में कोई समस्या होती तो मैं वहां पर मदद करने के लिए पहुंच जाता था ऐसा करते-करते काफी समय हो गया अब लोग मुझे जानने लगे थे, पहचानने लगे थे, लोग मेरी तारीफ करने लगे थे।

 एक समय मेरे जीवन में ऐसा भी आया जब पूरे देश में इमरजेंसी लगी हुई थी कई लोग ऐसे थे जिनको दो वक्त का भोजन भी नहीं मिल पा रहा था ऐसे समय में मैंने उन गरीबों की मदद की उनकी भोजन की व्यवस्था करवाने में पूरी मदद की मैं हर संभव प्रयत्न करता था कि लोगों की मदद हो।

 समय गुजरता गया अब मुझे एक जरिया चाहिए था जिसके जरिए में ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद कर सकूं तभी एक मेरे दोस्त ने मुझे राजनीति में आने को कहा मैंने काफी सोच समझ कर फैसला लिया क्योंकि एक यही मार्ग मुझे लगा जो लोगों की मदद करने के लिए सबसे उचित था मैंने काफी मेहनत की और हर गरीब हर बेसहारा व्यक्ति की मैंने मदद की।

 मैं जब चुनाव में खड़ा हुआ तो भारी बहुमत से मुझे जीत मिली क्योंकि मैं बचपन से ही सभी की मदद करता हुआ आ रहा था मेरे दादाजी की तरह सिर्फ मेरे शहर में ही नहीं बल्कि आसपास के शहरों में भी मुझे जाना जाता था। हर कोई मेरी प्रशंसा करता था।

भारी बहुमत से जीतकर मुझे काफी खुशी इसलिए थी क्योंकि मैं अब ज्यादा से ज्यादा लोगों की मदद करूंगा, हर संभव प्रयत्न करूंगा कि सभी की मदद हो सके। जब मैं चुनावों में भारी बहुमत से जीत कर अपने पद पर आश्रित हुआ तो हर कोई देखकर काफी खुश था उन्हें लग रहा था कि कोई अपना इस पद पर आ गया है हर कोई अपने कार्यों के लिए मुझसे संपर्क करता।

 आज मुझे इस कुर्सी पर देखकर मेरे दादाजी भी काफी खुश होंगे क्योंकि मेरे जीवन का लक्ष्य ही था कि मैं दूसरों के ज्यादा से ज्यादा काम आ सकूं। जब भी मैं किसी के सामने जाऊं तो हर कोई मुझे देख कर मुस्कुरा दे बचपन से ही यही था मेरा जीवन का लक्ष्य।

दोस्तों मेरे द्वारा लिखा यह निबंध आप सभी को कैसा लगा हमें जरूर बताएं इसी तरह के बेहतरीन निबंधों को पाने के लिए हमें सब्सक्राइब जरूर करें। आप सभी का धन्यवाद

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