Sunday 12 April 2020

कंप्यूटर की ऑटोबायोग्राफी Autobiography of computer in hindi

Autobiography of computer in hindi

दोस्तों मैं आज आपके लिए लाया हूं कंप्यूटर की बायोग्राफी यानी आत्मकथा यह आर्टिकल मेरे द्वारा लिखित एक काल्पनिक आर्टिकल है इस आर्टिकल को पढ़कर आप कंप्यूटर की महत्वता के बारे में जानेंगे तो चलिए पढ़ते हैं कंप्यूटर की आत्मकथा के बारे में।



 मैं एक कंप्यूटर हूं मैं एक स्कूल के क्लास रूम में रखा हुआ हु मैं काफी खुश हूं क्योंकि लोग मुझे चलाने के लिए काफी उत्साहित होते हैं लोग मुझसे कुछ ना कुछ सीखते रहते हैं जब से मैं भारत देश में आया हूं जबसे हर कोई काफी उत्साहित है लोग यही सोचते हैं कि काश मेरे पास एक कंप्यूटर हो तो कितना अच्छा हो।

 आजकल के कुछ लोगों के बीच जब मैं जाता हूं तो उन्हें बड़ा ही अजीब सा लगता है क्योंकि मेरे जैसा कंप्यूटर उन लोगों ने कभी भी नहीं देखा था यह बदलाव वह जल्दी एक्सेप्ट नहीं कर पा रहे थे लेकिन आजकल के बच्चे मुझ में काफी रुचि लेते हैं और मुझे चलाना बहुत ही जल्दी सीख जाते हैं। मेरी विशेषता यह है कि आप मेरे द्वारा कई तरह के कैलकुलेशन कर सकते हैं मुझ में कई तरह के हिसाब रख सकते हैं, मुझ में इंटरनेट चला कर देश दुनिया की खबरें कई तरह का नॉलेज आप ले सकते हैं।

 मैं अपने स्कूल की क्लास रूम में बिल्कुल भी फ्री नहीं रह पाता दोपहर में टीचर एवं अध्यापक मुझ पर कुछ काम करते रहते हैं वही सुबह शाम स्कूल के बच्चों को मेरे द्वारा कंप्यूटर चलाना भी सिखाया जाता है मुझे सिखाने के लिए अध्यापक फीस भी बच्चों से लेते हैं। मुझ में खास बात यह है कि मैं कहीं पर चलके नहीं जा पाता लेकिन पूरी दुनिया मुझ में समाई हुई है हर पल की खबरें तुरंत मैं लोगों तक पहुंचा सकता हूं।

 कई जानकारियां में तुरंत लोगों तक पहुंचा कर उनकी मदद कर सकता हूं, उनका समय बचा सकता हूं। जमाना आजकल धीरे-धीरे बदल रहा है आजकल कई सारे लोग मेरे द्वारा पैसे भी कमाने लगे हैं और मुझ में काफी रुचि भी लेते हैं वैसे मैं तो स्कूल की कक्षा में रखा एक कंप्यूटर का मॉनिटर का आकार में हूं लेकिन मेरे कई और प्रकार भी होते हैं जैसे कि लैपटॉप जिसमें सभी मेरी तरह ही फंक्शन आते हैं वह मेरा छोटा भाई है लेकिन बहुत ही छोटा है वह मुझसे भी इंटेलिजेंट है, वह कई जगह घूम भी आता है इससे उसका मनोरंजन भी होता है और उसे बोरियत भी महसूस नहीं होती।

 मैं तो स्कूल की कक्षा में एक ही जैसे लोगों को देख देख कर थक जाता हूं स्कूल में कई बच्चे ऐसे हैं जो मुझसे काफी डरते हैं वह मुझे नहीं चला पाते लेकिन कुछ बच्चे मुझ पर ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहते हैं वह अपने अध्यापक से भी काफी इंटेलिजेंट मुझे लगते हैं। मैं काफी सालों से इस क्लास रूम में रखा हुआ हूं मैंने कई तरह के नए नए चेहरे अपने जीवन में देखे हैं जब मैं शुरुआत में इस क्लास रूम में आया था तो मेरी पूजा की गई थी सभी लोग मेरा बड़ा ही ख्याल रखते थे।

 समय के साथ सब कुछ बदल रहा है आजकल के लोग तो मुझसे ज्यादा मेरे छोटे भाई को ज्यादा महत्व देते हैं लेकिन फिर भी मैं अपने जीवन में खुश हूं क्योंकि मैं समझता हूं कि जीवन में बदलाव तो आता ही रहता है ।आजकल कंप्यूटर इंटरनेट का जमाना है आजकल मैं चारों और देख रहा हूं कि कंप्यूटर इंटरनेट की सुविधाएं मोबाइल एक छोटे से डिवाइस में भी आ गई है लोग जो मेरे द्वारा काम करते थे वह अब मोबाइल से भी करने लगे हैं।

आजकल का दौर ऐसा है कि कंप्यूटर यानी मेरे बगैर तो कुछ काम ही नहीं हो सकता मेरे भाइयों के द्वारा हर जगह काम होता है बैंकिंग सेक्टर या रेलवे या फिर किसी स्कूल कॉलेज में आप देखें तो हर जगह में काम करता हूं।

 दोस्तों मेरे द्वारा लिखा यह आर्टिकल आपको पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें और मुझे सब्सक्राइब जरूर करें।

0 comments:

Post a Comment