Sunday 10 February 2019

kisi yatra ka varnan in hindi essay किसी यात्रा पर निबंध

kisi yatra ka varnan in hindi essay

हेलो दोस्तो कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज का हमारा आर्टिकल किसी यात्रा पर वर्णन आप हमारे इस kisi yatra ka varnan in hindi essay आर्टिकल को पढ़कर अपनी स्कूल कॉलेज की परीक्षा के समय यहां से जानकारी ले सकते हैं और अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं तो चलिए पड़ते है आज के हमारे इस आर्टिकल को। ज्यादातर देखा जाए तो सब लोग यात्रा पर जाते हैं किसी ना किसी जगह यात्रा करने जाते हैं और अपने नेत्रों का लाभ उठाते हैं तो आइए हम जानते हैं एक ऐसी ही यात्रा केदारनाथ की यात्रा पर वर्णन।

                                               
                                   Image source -  http://www.dreammountain.net

                                             kisi yatra ka varnan in hindi essay

केदारनाथ की यात्रा पर हम सभी भाई-बहन, मम्मी पापा और हमारे पास मैं रहने वाले पड़ोसी और उनके बच्चे हम सभी मिलकर केदारनाथ की यात्रा पर गए। केदारनाथ धाम उत्तराखंड की भूमि पर विराजमान है हम सभी यात्री केदारनाथ धाम का शुभारंभ हरिद्वार श्री केश मार्ग से आगे जाते हैं हरिद्वार में गंगा मां में स्नान करने के बाद और सभी स्थानों, मंदिरों के दर्शन करने के बाद हम अपनी यात्रा पर आगे चल पड़ते हैं और हमें रास्ते में बहुत से मंदिर मिलते हैं वहां पर हम सभी यात्री दर्शन करके आगे बढ़ते जाते हैं। केदारनाथ यात्रा में श्रीनगर भी पड़ता है जो कि अलकनंदा और मंदाकिनी के तट पर बसा हुआ है और रास्ते में बहुत से उतार चढ़ाव पढ़ते रहते हैं हम यात्रा करते जाते हैं और आगे बढ़ने पर मुक्त काशी मंदिर भी पड़ता है वहां पर दर्शन करने के बाद आगे बढ़ने पर गौरी मंदिर पड़ता है वहां पर गौरीकुंड में स्नान करने से थकान दूर हो जाती है और उस जल से राहत सी मिलती है लोग हमेशा कहते हैं कि गौरी कुंड में स्नान करने से हमारा शरीर थकान से मुक्त हो जाता है और हमें अच्छा महसूस होने लगता है सभी भक्तगण गौरी कुंड में स्नान करके मां गौरी के मंदिर में दर्शन करके आगे बढ़ते हैं।


गौरीकुंड से 14 किलोमीटर तक हम सभी यात्रियों को पैदल यात्रा करनी पड़ती है बूढे बुजुर्ग लोगों के लिए घोड़ा, पालकी इन सब की व्यवस्था है बूढे बुजुर्ग लोग घोड़े पर विराजमान होकर या पालकी में बैठकर अपनी यात्रा कर सकते हैं। 14 किलोमीटर  पैदल यात्रा करने के बाद केदारनाथ पहुंच जाते हैं वहां की पावन धरती पर पैर रखते ही हमें बहुत ही खुशी का अनुभव होता है और हमारे मन को शांति मिलती है और हम श्री केदारनाथ भगवान का मंदिर देखकर बहुत ही प्रसंसा महसूस होती है। श्री केदारनाथ जी भगवान का मंदिर पत्थर की सिलाओ से बना वह प्राचीन मंदिर है और और सभी लोग कहते हैं कि केदारनाथ भगवान के मंदिर के अंदर भव्य ज्योतिर्लिंग है केदारनाथ भगवान के दर्शन करने के बाद हम सभी पंच केदार नाथ के दर्शन जरूर करते हैं उन सभी के दर्शन करने के बाद और वहां पर जो भी स्थान थे सभी स्थानों पर घूमने के बाद हम हमारी यात्रा से वापस घर की ओर यात्रा करने लगते हैं।


हम सभी घर पहुंच गए थे घर पहुंचने के बाद हम ने इस यात्रा का वर्णन विस्तार से दोस्तों को बताया और हमारे रिश्तेदारों को बताया तो वो  सुनकर बहुत खुशी हुए। और हमें इस यात्रा में बहुत ही आनंद मेला हालांकि यात्रा तो कटिंन थी लेकिन हमें इस यात्रा में बहुत ही मजा आया हमने बहुत ही सुंदर सुंदर स्थान देखें और सभी जगह घुमा हमें यह स्थान बहुत ही यादगार रहेगा।

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