Kusangati par nibandh
दोस्तों नमस्कार कैसे हैं आप सभी, दोस्तों आज के हमारे आर्टिकल में हम पढ़ने वाले हैं कुसंगति पर निबंध तो चलिए पढ़ते हैं कुसंगति पर हमारे द्वारा लिखित यह निबंध
प्रस्तावना
हमारे जीवन में संगति का बहुत ज्यादा असर होता है। यदि हम अपने जीवन में कुसंगति करते हैं तो वास्तव में हमारे जीवन में अच्छा कुछ नहीं होता, हमारे जीवन में कई सारी परेशानियां का सामना हमें करना पड़ता है।
कुसंगति का प्रभाव
कहते हैं की जैसी संगत वैसी रंगत। हम अपने जीवन में जैसी संगत रखते हैं हमारा जीवन वैसा ही बदलता जाता है। यदि हम अच्छे लोगों की संगत रखते हैं तो हमारे जीवन में अच्छे बदलाव आते हैं वहीं दूसरी ओर यदि हम बुरे लोगों की कुसंगति करते हैं तो हमारा जीवन उन्हीं की तरह बदलता जाता है, जीवन में लगातार बुरा होता जाता है।
कुसंगति की वजह से हम अनेतिक कार्य करने लगते हैं, कुसंगती की वजह से हम गलत राह पर चल पड़ते हैं और जीवन में कई परेशानियों का सामना हमें करना पड़ता है।
कुसंगति की वजह से हमें जीवन में भले ही ऐसा लगता हो की हमारा अच्छा ही अच्छा है लेकिन वास्तव में अंत में हमें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसलिए कुसंगति से हमेशा दूर रहना चाहिए, हमेशा से संगती अच्छी करना चाहिए।
कुसंगति का हमारे जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है, कुसंगति की वजह से हर कोई हमारी बुराई करता है। भले ही कोई हमारे मुंह पर बुराई ना करता हो लेकिन हमारे पीठ पीछे हर कोई हमारी बुराई करता है।
यहां तक कि हमारे अपने करीबी भी हमारा साथ नहीं देते और हम कुसंगति की वजह से जीवन को बर्बादी की ओर ले चलते हैं।
उपसंहार
वास्तव में कुसंगति का हमारे जीवन पर काफी दुष्प्रभाव पड़ता है इसलिए हमें हमेशा संगति अच्छी करनी चाहिए, कुसंगति से बचना चाहिए क्योंकि कुसंगति हमारे जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। अच्छे लोगों की संगति जीवन को काफी बेहतर बनाती है।
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