Wednesday 13 May 2020

अनुशासन सफलता की कुंजी है Anushasan safalta ki kunji hai nibandh

anushasan safalta ki kunji hai nibandh
अनुशासन सफलता की कुंजी है

 यह बात पूरी तरह से सत्य है अनुशासन के बगैर सफलता पाना मुश्किल है जो व्यक्ति अनुशासन हीन होता है उससे सफलता कोसों दूर होती है हम सभी बचपन से ही अनुशासन में रहना सीखते हुए आए हैं सुबह सूर्योदय से पहले जागना और फिर दैनिक क्रिया से निवृत्त होने के बाद ईश्वर को प्रणाम करना और फिर स्कूल या कॉलेज में जाना फिर अपने गुरुजनों को नमस्कार करने के बाद विद्या ग्रेन करना हमारी दैनिक दिनचर्या होती है।


 फिर स्कूल या कॉलेज से आने के बाद हम नियमित रूप से समय पर खाना खाते हैं और फिर दिन की थकान को दूर करने के लिए सो जाते हैं हम बचपन से ही सिकते हुए आए हैं की माता पिता और गुरु सबसे बढ़कर होते हैं इनका हमें सम्मान करना चाहिए और अनुशासन में ही रहना चाहिए। यदि हम अनुशासन में नहीं रहते हैं तो हम हर एक क्षेत्र में पीछे रह जाते हैं चाहे हम पढ़ाई कर रहे हो या किसी बिजनेस को कर रहे हो या किसी नौकरी की तैयारी कर रहे हो।


 किसी क्षेत्र में अनुशासन के बगैर सफलता पाना लगभग नामुमकिन है यदि कोई विद्यार्थी पढ़ाई के समय अनुशासन के साथ अपनी नियमित रूप से पढ़ाई ना करें अपने गुरुजनों माता-पिता को सम्मान ना दे तो यह निश्चित है कि वह पढ़ाई में कभी भी सफल नहीं हो सकता। यदि एक नौकरी करने वाला व्यक्ति अनुशासन में ना रहे और अपने सीनियर्स की इज्जत ना करें तो उसको अपनी नौकरी में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।


 हो सकता है उसकी नौकरी ही ना रहे इसलिए हमें बड़ों का आदर करना चाहिए और अनुशासन में रहना चाहिए यदि आप बिजनेस शुरू कर रहे हैं और आप अनुशासन हीन हैं तो आपके लिए एक बिजनेस को खड़ा करना काफी मुश्किल साबित हो सकता है क्योंकि जब आप में अनुशासन नहीं है तो आप अपने जूनियर्स को अनुशासन कैसे सिखाओगे अब अनुशासनहीनता की वजह से आपका बिजनेस धीरे-धीरे चौपट हो जाएगा इसलिए जीवन में हर एक क्षेत्र में सफलता पाने के लिए अनुशासन का होना सबसे ज्यादा जरूरी है।


 जब हम अनुशासन में रहते हैं तो हमारे जूनियर यह हमारे भाई बहन सभी अनुशासन में रहना सीखते हैं तो काम करने में बहुत ही अच्छा लगता है यदि हम अनुशासन में रहते हैं तो हमारे गुरुजन, माता-पिता, बड़े बुजुर्ग सभी हमसे खुश होते हैं कोई भी हमसे नाराज नहीं होता जब भी हमें अपने कार्य में सफलता प्राप्त करने के लिए इन लोगों की मदद की आवश्यकता होती है तो यह लोग हमारी मदद करने से कभी भी पीछे नहीं हटते क्योंकि अनुशासन प्रिय व्यक्ति को लोग हमेशा पसंद करते हैं।


 जब हमारे गुरु, माता-पिता, बड़े बुजुर्ग हमारे हर कार्य में हमारे साथ होंगे तो हमें सफलता जरूर मिलेगी वास्तव में अनुशासन सफलता की कुंजी है हम किसी भी कार्य को करते हैं तो कभी ना कभी हमें मदद की जरूरत जरूर पड़ती है और अनुशासनहीन व्यक्ति की कोई भी मदद नहीं करता और वह हर क्षेत्र में असफल होता जाता है। यदि कोई व्यक्ति जो अनुशासन हीन है थोड़ी बहुत सफलता प्राप्त कर भी ले तो यह पक्का है कि सफलता से असफलता की ओर पहुंचने में उसे कोई ज्यादा समय नहीं लगता क्योंकि अनुशासन हीन व्यक्ति का कोई भविष्य नहीं होता।


 वह एक ना एक दिन असफल जरूर होता है यानी उसे असफलता का मुंह देखना पड़ता है यदि हम किसी सफल व्यक्ति के बारे में जाने तो हमें यह बात पता लगेगी कि वह व्यक्ति किसना अनुशासन प्रिय है हमेशा सफल व्यक्ति अनुशासन में रहते हैं यदि हम कई सारे सफल व्यक्तियों के बारे में जाने तो लगभग अनुशासन प्रिय होने की आदत सभी में हमें मिलती है क्योंकि सभी लोग अनुशासन में रहकर ही सफलता की ओर आगे बढ़ पाते हैं।


 अनुशासन वास्तव में सफलता की कुंजी है हमें हमेशा अनुशासन में रहना चाहिए अनुशासन विद्यार्थी के लिए भी जरूरी है एवं कामकाजी प्रत्येक व्यक्ति के लिए अनुशासन बहुत ही जरूरी है इसके बिना हमारा भविष्य उज्जवल नहीं हो सकता।


 दोस्तों मेरे द्वारा लिखा अनुशासन सफलता की कुंजी है पर निबंध आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं और इसे अपने दोस्तों में शेयर जरूर करें।

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