नानी का घर पर निबंध
मेरी नानी का घर बहुत ही अच्छा है मैं अक्सर नानी के घर जाता रहता हूं मुझे नानी के घर जाने में काफी खुशी महसूस होती है।
मैं एक शहर का रहने वाला हूं लेकिन मेरी नानी का घर मेरे शहर से लगभग 100 किलोमीटर दूर एक गांव में है गांव जो कि बहुत ही सुंदर है अक्सर गांव के खेतों में फसल लहर आती देखी जाती हैं इसीलिए मुझे अक्सर नानी के गांव जाने की इच्छा हो ही जाती है। नानी का घर एक पुराने डिजाइन का बहुत ही सुशोभित सुंदर घर है जैसे ही मैं नानी के घर जाता हूं तो नानी काफी खुश हो जाती है।
नानी के घर में 4 कमरे हैं दो कमरे में मेरे दो मामा जी रहते हैं एक कमरे में मेरे नाना और नानी रहते हैं और चौथा कमरा गेस्ट रूम है जिस में आने वाले मेहमान रहते हैं मैं जब भी नानी के घर जाता हूं तो मुझे घर काफी सजा हुआ देखने को मिलता है नानी का कमरा तो इतना सुंदर है कि मैं अक्सर अपनी मां से नानी के कमरे की तरह ही अपने घर को सजाने की कहता हूं।
नानी ने अपने कमरे को और पूरे घर को इतना अच्छा सुशोभित कर के रखा है कि पुराने डिजाइन का नानी का घर अभी भी काफी सुंदर दिखता है मैं अक्सर नानी के घर की तारीफ करता हूं नानी के घर में एक मंदिर भी है जिसमें कई सारे देवताओं की मूर्ति एवं तस्वीरें रखी हुई हैं। अक्सर नानी सुबह-सुबह उसी मंदिर के सामने मुझे दिखती हैं। मंदिर के सामने बैठी बैठी माला जपती रहती हैं।
मैं अक्सर कहानियां सुनने का काफी शौकीन हूं रात के समय मैं नानी से कहानी सुनना पसंद करता हूं नानी रोजाना तरह तरह की कहानियां मुझे सुनाती हैं जब मैं नानी से उनके घर के बारे में पूछता हूं तो नानी मुझसे कहती है कि यह घर उनके ससुर जी ने 50 साल पहले बनवाया था नानी के घर की सबसे अच्छी विशेषता यह है कि नानी के घर के पीछे एक बगिया है जिसमें तरह-तरह के फल फूल लगे हुए हैं आम के फल, निबू एवं बेरी के पेड़ काफी सुशोभित हो रहे हैं।
मुझे काफी खुशी होती है जब मैं नानी के घर के पीछे जाता हूं और उस फल फूलों से सुशोभित नानी की बगिया में घूमता हूं।
नानी के घर मैं एक बालकनी की तरह ऊपर घूमने की जगह भी है जिसमें अक्सर मैं व्यायाम करता था। नानी को भी अपना घर काफी प्रिय है वह जब भी कहीं जाती है तो उन्हें अपने घर की याद आती रहती हैं उन्हें अपने घर के बगैर दूसरी जगह रहना अच्छा नहीं लगता क्योंकि वह काफी सालों से वही पर रहती हैं लेकिन मुझे तो नानी के घर रहना या छुट्टियों में जाकर समय बीताना काफी अच्छा लगता है।
मुझे सबसे अच्छा इसलिए भी लगता है क्योंकि नानी मुझे कई तरह की कहानियां सुनाती है ऐसी ऐसी कहानियां सुनाती हैं जो मैंने कहीं अभी तक नहीं सुनी हैं मेरी नानी का घर काफी सुंदर है जब दिवाली आती है तो नानी अपनी बहू से कहकर घर को और भी अच्छी तरह से सजाती है इतनी अच्छी तरह से नानी घर को सजाती है कि पूरे गांव में नानी का घर सबसे सुंदर लगता है। मैं भी दो बार नानी के घर पर दिवाली के समय गया हुआ था मुझे नानी के घर की सुंदरता देखकर काफी खुशी महसूस हुई।
दोस्तों मेरे द्वारा लिखा यह आर्टिकल आपको कैसा लगा हमें जरूर बताएं इसी तरह के बेहतरीन आर्टिकल पढ़ने के लिए हमें सब्सक्राइब जरूर करें।
मेरी नानी का घर बहुत ही अच्छा है मैं अक्सर नानी के घर जाता रहता हूं मुझे नानी के घर जाने में काफी खुशी महसूस होती है।
मैं एक शहर का रहने वाला हूं लेकिन मेरी नानी का घर मेरे शहर से लगभग 100 किलोमीटर दूर एक गांव में है गांव जो कि बहुत ही सुंदर है अक्सर गांव के खेतों में फसल लहर आती देखी जाती हैं इसीलिए मुझे अक्सर नानी के गांव जाने की इच्छा हो ही जाती है। नानी का घर एक पुराने डिजाइन का बहुत ही सुशोभित सुंदर घर है जैसे ही मैं नानी के घर जाता हूं तो नानी काफी खुश हो जाती है।
नानी के घर में 4 कमरे हैं दो कमरे में मेरे दो मामा जी रहते हैं एक कमरे में मेरे नाना और नानी रहते हैं और चौथा कमरा गेस्ट रूम है जिस में आने वाले मेहमान रहते हैं मैं जब भी नानी के घर जाता हूं तो मुझे घर काफी सजा हुआ देखने को मिलता है नानी का कमरा तो इतना सुंदर है कि मैं अक्सर अपनी मां से नानी के कमरे की तरह ही अपने घर को सजाने की कहता हूं।
नानी ने अपने कमरे को और पूरे घर को इतना अच्छा सुशोभित कर के रखा है कि पुराने डिजाइन का नानी का घर अभी भी काफी सुंदर दिखता है मैं अक्सर नानी के घर की तारीफ करता हूं नानी के घर में एक मंदिर भी है जिसमें कई सारे देवताओं की मूर्ति एवं तस्वीरें रखी हुई हैं। अक्सर नानी सुबह-सुबह उसी मंदिर के सामने मुझे दिखती हैं। मंदिर के सामने बैठी बैठी माला जपती रहती हैं।
मैं अक्सर कहानियां सुनने का काफी शौकीन हूं रात के समय मैं नानी से कहानी सुनना पसंद करता हूं नानी रोजाना तरह तरह की कहानियां मुझे सुनाती हैं जब मैं नानी से उनके घर के बारे में पूछता हूं तो नानी मुझसे कहती है कि यह घर उनके ससुर जी ने 50 साल पहले बनवाया था नानी के घर की सबसे अच्छी विशेषता यह है कि नानी के घर के पीछे एक बगिया है जिसमें तरह-तरह के फल फूल लगे हुए हैं आम के फल, निबू एवं बेरी के पेड़ काफी सुशोभित हो रहे हैं।
मुझे काफी खुशी होती है जब मैं नानी के घर के पीछे जाता हूं और उस फल फूलों से सुशोभित नानी की बगिया में घूमता हूं।
नानी के घर मैं एक बालकनी की तरह ऊपर घूमने की जगह भी है जिसमें अक्सर मैं व्यायाम करता था। नानी को भी अपना घर काफी प्रिय है वह जब भी कहीं जाती है तो उन्हें अपने घर की याद आती रहती हैं उन्हें अपने घर के बगैर दूसरी जगह रहना अच्छा नहीं लगता क्योंकि वह काफी सालों से वही पर रहती हैं लेकिन मुझे तो नानी के घर रहना या छुट्टियों में जाकर समय बीताना काफी अच्छा लगता है।
मुझे सबसे अच्छा इसलिए भी लगता है क्योंकि नानी मुझे कई तरह की कहानियां सुनाती है ऐसी ऐसी कहानियां सुनाती हैं जो मैंने कहीं अभी तक नहीं सुनी हैं मेरी नानी का घर काफी सुंदर है जब दिवाली आती है तो नानी अपनी बहू से कहकर घर को और भी अच्छी तरह से सजाती है इतनी अच्छी तरह से नानी घर को सजाती है कि पूरे गांव में नानी का घर सबसे सुंदर लगता है। मैं भी दो बार नानी के घर पर दिवाली के समय गया हुआ था मुझे नानी के घर की सुंदरता देखकर काफी खुशी महसूस हुई।
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good
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